Original

मानुषेषु न मे तात दृष्टपूर्वा न च श्रुता ।सभा मणिमयी राजन्यथेयं तव भारत ॥ १० ॥

Segmented

मानुषेषु न मे तात दृष्ट-पूर्वा न च श्रुता सभा मणि-मयी राजन् यथा इयम् तव भारत

Analysis

Word Lemma Parse
मानुषेषु मानुष pos=n,g=m,c=7,n=p
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
दृष्ट दृश् pos=va,comp=y,f=part
पूर्वा पूर्व pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
pos=i
श्रुता श्रु pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
सभा सभा pos=n,g=f,c=1,n=s
मणि मणि pos=n,comp=y
मयी मय pos=a,g=f,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
यथा यथा pos=i
इयम् इदम् pos=n,g=f,c=1,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s