महाभारतम् — 2.59.9
Original
Segmented
न किंचिद् ईड्यम् प्रवदन्ति पापम् वनेचरम् वा गृहमेधिनम् वा तपस्विनम् संपरिपृ-विद्यम् भषन्ति ह एवम् श्वनराः सदा एव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ईड्यम् | ईड् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
प्रवदन्ति | प्रवद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पापम् | पाप | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वनेचरम् | वनेचर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
गृहमेधिनम् | गृहमेधिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
तपस्विनम् | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संपरिपृ | संपरिपृ | pos=va,comp=y,f=part |
विद्यम् | विद्या | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भषन्ति | भष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ह | ह | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
श्वनराः | श्वनर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सदा | सदा | pos=i |
एव | एव | pos=i |