महाभारतम् — 2.59.7
Original
Segmented
समुच्चरन्ति अतिवादाः हि वक्त्राद् यैः आहतः शोचति रात्रि-अहानि परस्य न अ मर्मसु ते पतन्ति तान् पण्डितो न अवसृजेत् परेषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समुच्चरन्ति | समुच्चर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अतिवादाः | अतिवाद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
वक्त्राद् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आहतः | आहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शोचति | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
रात्रि | रात्रि | pos=n,comp=y |
अहानि | अहर् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
परस्य | पर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
अ | अ | pos=i |
मर्मसु | मर्मन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पतन्ति | पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
पण्डितो | पण्डित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अवसृजेत् | अवसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
परेषु | पर | pos=n,g=m,c=7,n=p |