महाभारतम् — 2.58.26
Original
Segmented
शकुनिः उवाच बहु वित्तम् पराजैषीः भ्रातॄन् च स हय-द्विपान् आचक्ष्व वित्तम् कौन्तेय यदि ते अस्ति अपराजितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शकुनिः | शकुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वित्तम् | वित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पराजैषीः | पराजि | pos=v,p=2,n=s,l=lun |
भ्रातॄन् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
स | स | pos=i |
हय | हय | pos=n,comp=y |
द्विपान् | द्विप | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आचक्ष्व | आचक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
वित्तम् | वित्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अपराजितम् | अपराजित | pos=a,g=n,c=1,n=s |