महाभारतम् — 2.57.21
Original
Segmented
आशीविषान् नेत्र-विषान् कोपयेत् न तु पण्डितः एवम् ते ऽहम् वदामि इदम् प्रयतः कुरु-नन्दन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आशीविषान् | आशीविष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
नेत्र | नेत्र | pos=n,comp=y |
विषान् | विष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
कोपयेत् | कोपय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
पण्डितः | पण्डित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वदामि | वद् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रयतः | प्रयम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
नन्दन | नन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |