महाभारतम् — 2.54.20
Original
Segmented
एकैको यत्र लभते सहस्र-परमाम् भृतिम् युध्यतो अ युध्यमानस्य वा अपि वेतनम् मास-कालिकम् एतद् राजन् धनम् मह्यम् तेन दीव्यामि अहम् त्वया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एकैको | एकैक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
भृतिम् | भृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
युध्यतो | युध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अ | अ | pos=i |
युध्यमानस्य | युध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
वेतनम् | वेतन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मास | मास | pos=n,comp=y |
कालिकम् | कालिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मह्यम् | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
दीव्यामि | दीव् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |