महाभारतम् — 2.54.17
Original
Segmented
प्राज्ञा मेधाविनो दक्षा युवानो मृष्ट-कुण्डलाः पात्री-हस्तासः दिवारात्रम् अतिथीन् भोजयन्ति उत एतद् राजन् धनम् मह्यम् तेन दीव्यामि अहम् त्वया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्राज्ञा | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मेधाविनो | मेधाविन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
दक्षा | दक्ष | pos=a,g=m,c=1,n=p |
युवानो | युवन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मृष्ट | मृज् | pos=va,comp=y,f=part |
कुण्डलाः | कुण्डल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पात्री | पात्री | pos=n,comp=y |
हस्तासः | हस्त | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दिवारात्रम् | दिवारात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अतिथीन् | अतिथि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भोजयन्ति | भोजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उत | उत | pos=i |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मह्यम् | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
दीव्यामि | दीव् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |