महाभारतम् — 2.52.12
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच के तत्र अन्ये कितवा दीव्यमाना विना राज्ञो धृतराष्ट्रस्य पुत्रैः पृच्छामि त्वाम् विदुर ब्रूहि नः तान् यैः दीव्यामः शतशः संनिपत्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
कितवा | कितव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दीव्यमाना | दीव् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
विना | विना | pos=i |
राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धृतराष्ट्रस्य | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुत्रैः | पुत्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पृच्छामि | प्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
विदुर | विदुर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
नः | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यैः | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
दीव्यामः | दीव् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
शतशः | शतशस् | pos=i |
संनिपत्य | संनिपत् | pos=vi |