Original

ग्लहान्धनूंषि मे विद्धि शरानक्षांश्च भारत ।अक्षाणां हृदयं मे ज्यां रथं विद्धि ममास्तरम् ॥ ३ ॥

Segmented

ग्लहान् धनूंषि मे विद्धि शरान् अक्षान् च भारत अक्षाणाम् हृदयम् मे ज्याम् रथम् विद्धि मे आस्तरम्

Analysis

Word Lemma Parse
ग्लहान् ग्लह pos=n,g=m,c=2,n=p
धनूंषि धनुस् pos=n,g=n,c=2,n=p
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
शरान् शर pos=n,g=m,c=2,n=p
अक्षान् अक्ष pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s
अक्षाणाम् अक्ष pos=n,g=m,c=6,n=p
हृदयम् हृदय pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ज्याम् ज्या pos=n,g=f,c=2,n=s
रथम् रथ pos=n,g=m,c=2,n=s
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
आस्तरम् आस्तर pos=n,g=m,c=2,n=s