Original

कच्चिन्मूलं दृढं कृत्वा यात्रां यासि विशां पते ।तांश्च विक्रमसे जेतुं जित्वा च परिरक्षसि ॥ ५२ ॥

Segmented

किंचिद् मूलम् दृढम् कृत्वा यात्राम् यासि विशाम् पते तान् च विक्रमसे जेतुम् जित्वा च परिरक्षसि

Analysis

Word Lemma Parse
किंचिद् कश्चित् pos=n,g=n,c=2,n=s
मूलम् मूल pos=n,g=n,c=2,n=s
दृढम् दृढ pos=a,g=n,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
यात्राम् यात्रा pos=n,g=f,c=2,n=s
यासि या pos=v,p=2,n=s,l=lat
विशाम् विश् pos=n,g=f,c=6,n=p
पते पति pos=n,g=m,c=8,n=s
तान् तद् pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
विक्रमसे विक्रम् pos=v,p=2,n=s,l=lat
जेतुम् जि pos=vi
जित्वा जि pos=vi
pos=i
परिरक्षसि परिरक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lat