महाभारतम् — 2.5.18
Original
Segmented
किंचिद् निद्रा-वशम् न एषि कच्चित् काले विबुध्यसे किंचिद् च अपररात्रेषु चिन्तयसि अर्थम् अर्थ-विद्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निद्रा | निद्रा | pos=n,comp=y |
वशम् | वश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
एषि | इ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कच्चित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
विबुध्यसे | विबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अपररात्रेषु | अपररात्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
चिन्तयसि | चिन्तय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
विद् | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=s |