महाभारतम् — 2.5.115
Original
Segmented
एवम् करिष्यामि यथा त्वया उक्तम् प्रज्ञा हि मे भूय एव अभिवृद्धा उक्त्वा तथा च एव चकार राजा लेभे महीम् सागर-मेखलाम् च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
करिष्यामि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
यथा | यथा | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
प्रज्ञा | प्रज्ञा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भूय | भूयस् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अभिवृद्धा | अभिवृध् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
तथा | तथा | pos=i |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लेभे | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सागर | सागर | pos=n,comp=y |
मेखलाम् | मेखला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |