Original

वैशंपायन उवाच ।एताः कुरूणामृषभो महात्मा श्रुत्वा गिरो ब्राह्मणसत्तमस्य ।प्रणम्य पादावभिवाद्य हृष्टो राजाब्रवीन्नारदं देवरूपम् ॥ ११४ ॥

Segmented

वैशंपायन उवाच एताः कुरूणाम् ऋषभो महात्मा श्रुत्वा गिरो ब्राह्मण-सत्तमस्य प्रणम्य पादौ अभिवाद्य हृष्टो राजा अब्रवीत् नारदम् देव-रूपम्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशंपायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
एताः pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part
कुरूणाम् कुरु pos=n,g=m,c=6,n=p
ऋषभो ऋषभ pos=n,g=m,c=1,n=s
महात्मा महात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
गिरो गिर् pos=n,g=f,c=2,n=p
ब्राह्मण ब्राह्मण pos=n,comp=y
सत्तमस्य सत्तम pos=a,g=m,c=6,n=s
प्रणम्य प्रणम् pos=vi
पादौ पाद pos=n,g=m,c=2,n=d
अभिवाद्य अभिवादय् pos=vi
हृष्टो हृष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
नारदम् नारद pos=n,g=m,c=2,n=s
देव देव pos=n,comp=y
रूपम् रूप pos=n,g=m,c=2,n=s