महाभारतम् — 2.48.32
Original
Segmented
प्रीति-अर्थम् ब्राह्मणाः च एव क्षत्रियाः च विनिर्जिताः उपाजह्रुः विशः च एव शूद्राः शुश्रूषवो ऽपि च प्रीत्या च बहु-मानात् च अभ्यगच्छन् युधिष्ठिरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ब्राह्मणाः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
क्षत्रियाः | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
विनिर्जिताः | विनिर्जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
उपाजह्रुः | उपाहृ | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
विशः | विश् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
शूद्राः | शूद्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शुश्रूषवो | शुश्रूषु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
प्रीत्या | प्रीति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मानात् | मान | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
अभ्यगच्छन् | अभिगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
युधिष्ठिरम् | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=2,n=s |