महाभारतम् — 2.45.5
Original
Segmented
न वै परीक्षसे सम्यग् असह्यम् शत्रु-संभवम् ज्येष्ठ-पुत्रस्य शोकम् त्वम् किमर्थम् न अवबुध्यसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
वै | वै | pos=i |
परीक्षसे | परीक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
असह्यम् | असह्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
संभवम् | सम्भव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ज्येष्ठ | ज्येष्ठ | pos=a,comp=y |
पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शोकम् | शोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
किमर्थम् | किमर्थम् | pos=i |
न | न | pos=i |
अवबुध्यसे | अवबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |