Original

जले निपतितं दृष्ट्वा किंकरा जहसुर्भृशम् ।वासांसि च शुभान्यस्मै प्रददू राजशासनात् ॥ ६ ॥

Segmented

जले निपतितम् दृष्ट्वा किंकरा जहसुः भृशम् वासांसि च शुभानि अस्मै प्रददू राज-शासनात्

Analysis

Word Lemma Parse
जले जल pos=n,g=n,c=7,n=s
निपतितम् निपत् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
किंकरा किंकर pos=n,g=m,c=1,n=p
जहसुः हस् pos=v,p=3,n=p,l=lit
भृशम् भृशम् pos=i
वासांसि वासस् pos=n,g=n,c=2,n=p
pos=i
शुभानि शुभ pos=a,g=n,c=2,n=p
अस्मै इदम् pos=n,g=m,c=4,n=s
प्रददू प्रदा pos=v,p=3,n=p,l=lit
राज राजन् pos=n,comp=y
शासनात् शासन pos=n,g=n,c=5,n=s