महाभारतम् — 2.43.34
Original
Segmented
तेन दैवम् परम् मन्ये पौरुषम् तु निरर्थकम् धार्तराष्ट्रा हि हीयन्ते पार्था वर्धन्ति नित्यशः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेन | तेन | pos=i |
दैवम् | दैव | pos=a,g=n,c=2,n=s |
परम् | पर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
पौरुषम् | पौरुष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
निरर्थकम् | निरर्थक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
धार्तराष्ट्रा | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
हीयन्ते | हा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पार्था | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वर्धन्ति | वृध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |