Original

समस्तं पार्थिवं क्षत्रं त्वत्प्रसादाद्वशानुगम् ।उपादाय बलिं मुख्यं मामेव समुपस्थितम् ॥ ४८ ॥

Segmented

समस्तम् पार्थिवम् क्षत्रम् त्वद्-प्रसादात् वश-अनुगम् उपादाय बलिम् मुख्यम् माम् एव समुपस्थितम्

Analysis

Word Lemma Parse
समस्तम् समस्त pos=a,g=n,c=1,n=s
पार्थिवम् पार्थिव pos=a,g=n,c=1,n=s
क्षत्रम् क्षत्र pos=n,g=n,c=1,n=s
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
प्रसादात् प्रसाद pos=n,g=m,c=5,n=s
वश वश pos=n,comp=y
अनुगम् अनुग pos=a,g=n,c=1,n=s
उपादाय उपादा pos=vi
बलिम् बलि pos=n,g=m,c=2,n=s
मुख्यम् मुख्य pos=a,g=m,c=2,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
एव एव pos=i
समुपस्थितम् समुपस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part