Original

अन्तरात्मनि विनिहिते रौषि पत्ररथ वितथम् ।अण्डभक्षणमशुचि ते कर्म वाचमतिशयते ॥ ४० ॥

Segmented

अन्तरात्मनि विनिहिते रौषि पत्ररथ वितथम् अण्ड-भक्षणम् अशुचि ते कर्म वाचम् अतिशयते

Analysis

Word Lemma Parse
अन्तरात्मनि अन्तरात्मन् pos=n,g=m,c=7,n=s
विनिहिते विनिधा pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
रौषि रु pos=v,p=2,n=s,l=lat
पत्ररथ पत्त्ररथ pos=n,g=m,c=8,n=s
वितथम् वितथ pos=a,g=n,c=2,n=s
अण्ड अण्ड pos=n,comp=y
भक्षणम् भक्षण pos=n,g=n,c=1,n=s
अशुचि अशुचि pos=a,g=n,c=1,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
कर्म कर्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
वाचम् वाच् pos=n,g=f,c=2,n=s
अतिशयते अतिशी pos=v,p=3,n=s,l=lat