महाभारतम् — 2.38.23
Original
Segmented
दारयोः यस्य च अन्येन मिषतः प्राज्ञ-मानिनः तव जातानि अपत्यानि सत्-जन-अ चरिते पथि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दारयोः | दार | pos=n,g=m,c=6,n=d |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अन्येन | अन्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मिषतः | मिष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
प्राज्ञ | प्राज्ञ | pos=a,comp=y |
मानिनः | मानिन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
जातानि | जन् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
अपत्यानि | अपत्य | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
अ | अ | pos=i |
चरिते | चर् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
पथि | पथिन् | pos=n,g=,c=7,n=s |