महाभारतम् — 2.38.14
Original
Segmented
इति सन्तो ऽनुशासन्ति सत्-जनाः धर्मिणः सदा भीष्म लोके हि तत् सर्वम् वितथम् त्वयि दृश्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
सन्तो | सत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ऽनुशासन्ति | अनुशास् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
जनाः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धर्मिणः | धर्मिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सदा | सदा | pos=i |
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=8,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वितथम् | वितथ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |