महाभारतम् — 2.33.26
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच कस्मै भवान् मन्यते ऽर्घम् एकस्मै कुरु-नन्दन उपनीयमानम् युक्तम् च तत् मे ब्रूहि पितामह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कस्मै | क | pos=n,g=m,c=4,n=s |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मन्यते | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽर्घम् | अर्घ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एकस्मै | एक | pos=n,g=m,c=4,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
नन्दन | नन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
उपनीयमानम् | उपनी | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पितामह | पितामह | pos=n,g=m,c=8,n=s |