महाभारतम् — 2.33.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततो ऽभिषेचनीये ऽह्नि ब्राह्मणा राजभिः सह अन्तर्वेदीम् प्रविविशुः सत्कार-अर्थम् महा-ऋषयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽभिषेचनीये | अभिषिच् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=krtya |
ऽह्नि | अहर् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ब्राह्मणा | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
राजभिः | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
अन्तर्वेदीम् | अन्तर्वेदी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रविविशुः | प्रविश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
सत्कार | सत्कार | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषयः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |