महाभारतम् — 2.32.11
Original
Segmented
कथम् नु मम कौरव्यो रत्न-दानैः समाप्नुयात् यज्ञम् इति एव राजानः स्पर्धमाना ददुः धनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कथम् | कथम् | pos=i |
नु | नु | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कौरव्यो | कौरव्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
दानैः | दान | pos=n,g=n,c=3,n=p |
समाप्नुयात् | समाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
एव | एव | pos=i |
राजानः | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्पर्धमाना | स्पृध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ददुः | दा | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
धनम् | धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |