महाभारतम् — 2.3.7
Original
Segmented
वारुणः च महा-शङ्खः देवदत्तः सुघोषवान् सर्वम् एतत् प्रदास्यामि भवते न अत्र संशयः इति उक्त्वा सो ऽसुरः पार्थम् प्राच्-उदीचीम् अगाद् दिशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वारुणः | वारुण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
शङ्खः | शङ्ख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देवदत्तः | देवदत्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुघोषवान् | सुघोषवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रदास्यामि | प्रदा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
भवते | भवत् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
न | न | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसुरः | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राच् | प्राञ्च् | pos=a,comp=y |
उदीचीम् | उदञ्च् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अगाद् | गा | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
दिशम् | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=s |