Original

धर्मराजाय तत्सर्वं निवेद्य भरतर्षभ ।कृतकर्मा सुखं राजन्नुवास जनमेजय ॥ ५५ ॥

Segmented

धर्मराजाय तत् सर्वम् निवेद्य भरत-ऋषभ कृत-कर्मा सुखम् राजन्न् उवास जनमेजय

Analysis

Word Lemma Parse
धर्मराजाय धर्मराज pos=n,g=m,c=4,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
निवेद्य निवेदय् pos=vi
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
कृत कृ pos=va,comp=y,f=part
कर्मा कर्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
सुखम् सुखम् pos=i
राजन्न् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
उवास वस् pos=v,p=3,n=s,l=lit
जनमेजय जनमेजय pos=n,g=m,c=8,n=s