Original

भीष्मकाय स धर्मात्मा साक्षादिन्द्रसखाय वै ।स चास्य ससुतो राजन्प्रतिजग्राह शासनम् ॥ ४१ ॥

Segmented

भीष्मकाय स धर्म-आत्मा साक्षाद् इन्द्र-सखाय वै स च अस्य स सुतः राजन् प्रतिजग्राह शासनम्

Analysis

Word Lemma Parse
भीष्मकाय भीष्मक pos=n,g=m,c=4,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
साक्षाद् साक्षात् pos=i
इन्द्र इन्द्र pos=n,comp=y
सखाय सख pos=n,g=m,c=4,n=s
वै वै pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
अस्य इदम् pos=n,g=m,c=6,n=s
pos=i
सुतः सुत pos=n,g=m,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रतिजग्राह प्रतिग्रह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
शासनम् शासन pos=n,g=n,c=2,n=s