महाभारतम् — 2.28.17
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तत्र माहिष्मती-वासी भगवान् हव्यवाहनः श्रूयते निगृहीतो वै पुरस्तात् पारदारिकः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
माहिष्मती | माहिष्मती | pos=n,comp=y |
वासी | वासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हव्यवाहनः | हव्यवाहन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रूयते | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
निगृहीतो | निग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वै | वै | pos=i |
पुरस्तात् | पुरस्तात् | pos=i |
पारदारिकः | पारदारिक | pos=a,g=m,c=1,n=s |