Original

ऋषिकेषु तु संग्रामो बभूवातिभयंकरः ।तारकामयसंकाशः परमर्षिकपार्थयोः ॥ २५ ॥

Segmented

ऋषिकेषु तु संग्रामो बभूव अति भयंकरः तारका-मय-संकाशः परम-ऋषिक-पार्थयोः

Analysis

Word Lemma Parse
ऋषिकेषु ऋषिक pos=n,g=m,c=7,n=p
तु तु pos=i
संग्रामो संग्राम pos=n,g=m,c=1,n=s
बभूव भू pos=v,p=3,n=s,l=lit
अति अति pos=i
भयंकरः भयंकर pos=a,g=m,c=1,n=s
तारका तारका pos=n,comp=y
मय मय pos=a,comp=y
संकाशः संकाश pos=n,g=m,c=1,n=s
परम परम pos=a,comp=y
ऋषिक ऋषिक pos=n,comp=y
पार्थयोः पार्थ pos=n,g=m,c=6,n=d