महाभारतम् — 2.23.11
Original
Segmented
जनमेजय उवाच दिशाम् अभिजयम् ब्रह्मन् विस्तरेण अनुकीर्तय न हि तृप्यामि पूर्वेषाम् शृण्वन् चरितम् महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दिशाम् | दिश् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
अभिजयम् | अभिजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विस्तरेण | विस्तर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अनुकीर्तय | अनुकीर्तय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
तृप्यामि | तृप् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
पूर्वेषाम् | पूर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
शृण्वन् | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
चरितम् | चरित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |