Original

भ्रामयित्वा शतगुणं भुजाभ्यां भरतर्षभ ।बभञ्ज पृष्ठे संक्षिप्य निष्पिष्य विननाद च ॥ ६ ॥

Segmented

भ्रामयित्वा शतगुणम् भुजाभ्याम् भरत-ऋषभ बभञ्ज पृष्ठे संक्षिप्य निष्पिष्य विननाद च

Analysis

Word Lemma Parse
भ्रामयित्वा भ्रामय् pos=vi
शतगुणम् शतगुण pos=a,g=n,c=2,n=s
भुजाभ्याम् भुज pos=n,g=m,c=3,n=d
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
बभञ्ज भञ्ज् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पृष्ठे पृष्ठ pos=n,g=n,c=7,n=s
संक्षिप्य संक्षिप् pos=vi
निष्पिष्य निष्पिष् pos=vi
विननाद विनद् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i