महाभारतम् — 2.22.36
Original
Segmented
तस्य धर्म-प्रवृत्तस्य पार्थिव-त्वम् चिकीर्षतः सर्वैः भवद्भिः यज्ञ-अर्थे साहाय्यम् दीयताम् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
प्रवृत्तस्य | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चिकीर्षतः | चिकीर्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भवद्भिः | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
साहाय्यम् | साहाय्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दीयताम् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |