Original

एको ह्येव श्रियं नित्यं बिभर्ति पुरुषर्षभ ।अन्तरात्मेव भूतानां तत्क्षये वै बलक्षयः ॥ ८ ॥

Segmented

एको हि एव श्रियम् नित्यम् बिभर्ति पुरुष-ऋषभ अन्तरात्मा इव भूतानाम् तद्-क्षये वै बल-क्षयः

Analysis

Word Lemma Parse
एको एक pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
एव एव pos=i
श्रियम् श्री pos=n,g=f,c=2,n=s
नित्यम् नित्यम् pos=i
बिभर्ति भृ pos=v,p=3,n=s,l=lat
पुरुष पुरुष pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
अन्तरात्मा अन्तरात्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
भूतानाम् भूत pos=n,g=n,c=6,n=p
तद् तद् pos=n,comp=y
क्षये क्षय pos=n,g=m,c=7,n=s
वै वै pos=i
बल बल pos=n,comp=y
क्षयः क्षय pos=n,g=m,c=1,n=s