महाभारतम् — 2.16.7
Original
Segmented
अनवद्या हि असंबुद्धाः प्रविष्टाः शत्रु-सद्म तत् शत्रु-देहम् उपाक्रम्य तम् कामम् प्राप्नुयामहे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनवद्या | अनवद्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
असंबुद्धाः | असंबुद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रविष्टाः | प्रविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
सद्म | सद्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
देहम् | देह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपाक्रम्य | उपाक्रम् | pos=vi |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्नुयामहे | प्राप् | pos=v,p=1,n=p,l=vidhilin |