महाभारतम् — 2.14.5
Original
Segmented
शमम् एव परम् मन्ये न तु मोक्षाद् भवेत् शमः आरम्भे पारमेष्ठ्यम् तु न प्राप्यम् इति मे मतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शमम् | शम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
मोक्षाद् | मोक्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
शमः | शम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आरम्भे | आरम्भ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पारमेष्ठ्यम् | पारमेष्ठ्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
न | न | pos=i |
प्राप्यम् | प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |