Original

त्रियोजनायतं सद्म त्रिस्कन्धं योजनादधि ।योजनान्ते शतद्वारं विक्रमक्रमतोरणम् ।अष्टादशावरैर्नद्धं क्षत्रियैर्युद्धदुर्मदैः ॥ ५४ ॥

Segmented

त्रि-योजन-आयतम् सद्म त्रि-स्कन्धम् योजनाद् अधि योजन-अन्ते शत-द्वारम् विक्रम-क्रम-तोरणम् अष्टादश-अवरैः नद्धम् क्षत्रियैः युद्ध-दुर्मदैः

Analysis

Word Lemma Parse
त्रि त्रि pos=n,comp=y
योजन योजन pos=n,comp=y
आयतम् आयम् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सद्म सद्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
त्रि त्रि pos=n,comp=y
स्कन्धम् स्कन्ध pos=n,g=n,c=1,n=s
योजनाद् योजन pos=n,g=n,c=5,n=s
अधि अधि pos=i
योजन योजन pos=n,comp=y
अन्ते अन्त pos=n,g=m,c=7,n=s
शत शत pos=n,comp=y
द्वारम् द्वार pos=n,g=n,c=1,n=s
विक्रम विक्रम pos=n,comp=y
क्रम क्रम pos=n,comp=y
तोरणम् तोरण pos=n,g=n,c=1,n=s
अष्टादश अष्टादशन् pos=a,comp=y
अवरैः अवर pos=a,g=m,c=3,n=p
नद्धम् नह् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
क्षत्रियैः क्षत्रिय pos=n,g=m,c=3,n=p
युद्ध युद्ध pos=n,comp=y
दुर्मदैः दुर्मद pos=a,g=m,c=3,n=p