Original

हतो हंस इति प्रोक्तमथ केनापि भारत ।तच्छ्रुत्वा डिभको राजन्यमुनाम्भस्यमज्जत ॥ ४० ॥

Segmented

हतो हंस इति प्रोक्तम् अथ केन अपि भारत तत् श्रुत्वा डिभको राजन् यमुना-अम्भसि अमज्जत

Analysis

Word Lemma Parse
हतो हन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
हंस हंस pos=n,g=m,c=1,n=s
इति इति pos=i
प्रोक्तम् प्रवच् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अथ अथ pos=i
केन pos=n,g=m,c=3,n=s
अपि अपि pos=i
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
डिभको डिभक pos=n,g=m,c=1,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
यमुना यमुना pos=n,comp=y
अम्भसि अम्भस् pos=n,g=n,c=7,n=s
अमज्जत मज्ज् pos=v,p=3,n=s,l=lan