Original

वङ्गपुण्ड्रकिरातेषु राजा बलसमन्वितः ।पौण्ड्रको वासुदेवेति योऽसौ लोकेषु विश्रुतः ॥ १९ ॥

Segmented

वङ्ग-पुण्ड्र-किरातेषु राजा बल-समन्वितः पौण्ड्रको वासुदेव-इति यो ऽसौ लोकेषु विश्रुतः

Analysis

Word Lemma Parse
वङ्ग वङ्ग pos=n,comp=y
पुण्ड्र पुण्ड्र pos=n,comp=y
किरातेषु किरात pos=n,g=m,c=7,n=p
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
बल बल pos=n,comp=y
समन्वितः समन्वित pos=a,g=m,c=1,n=s
पौण्ड्रको पौण्ड्रक pos=n,g=m,c=1,n=s
वासुदेव वासुदेव pos=n,comp=y
इति इति pos=i
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽसौ अदस् pos=n,g=m,c=1,n=s
लोकेषु लोक pos=n,g=m,c=7,n=p
विश्रुतः विश्रु pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part