महाभारतम् — 2.11.71
Original
Segmented
एतत् ते विस्तरेण उक्तम् यत् माम् त्वम् परिपृच्छसि आपृच्छे त्वाम् गमिष्यामि दाशार्ह-नगरीम् प्रति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
विस्तरेण | विस्तर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
परिपृच्छसि | परिप्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
आपृच्छे | आप्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
गमिष्यामि | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
दाशार्ह | दाशार्ह | pos=n,comp=y |
नगरीम् | नगरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |