Original

एता मया दृष्टपूर्वाः सभा देवेषु पाण्डव ।तवेयं मानुषे लोके सर्वश्रेष्ठतमा सभा ॥ ४२ ॥

Segmented

एता मया दृष्ट-पूर्वाः सभा देवेषु पाण्डव ते इयम् मानुषे लोके सर्व-श्रेष्ठतमा सभा

Analysis

Word Lemma Parse
एता एतद् pos=n,g=f,c=1,n=p
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
दृष्ट दृश् pos=va,comp=y,f=part
पूर्वाः पूर्व pos=n,g=f,c=1,n=p
सभा सभा pos=n,g=f,c=1,n=p
देवेषु देव pos=n,g=m,c=7,n=p
पाण्डव पाण्डव pos=n,g=m,c=8,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
इयम् इदम् pos=n,g=f,c=1,n=s
मानुषे मानुष pos=a,g=m,c=7,n=s
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
श्रेष्ठतमा श्रेष्ठतम pos=a,g=f,c=1,n=s
सभा सभा pos=n,g=f,c=1,n=s