महाभारतम् — 2.11.33
Original
Segmented
यत् च किंचित् त्रिलोके ऽस्मिन् दृश्यते स्थाणु-जंगमम् सर्वम् तस्याम् मया दृष्टम् तद् विद्धि मनुज-अधिपैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्रिलोके | त्रिलोक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
दृश्यते | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्थाणु | स्थाणु | pos=a,comp=y |
जंगमम् | जङ्गम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तस्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
दृष्टम् | दृश् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विद्धि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मनुज | मनुज | pos=n,comp=y |
अधिपैः | अधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |