Original

स कालं कंचिदाश्वस्य विश्वकर्मा प्रचिन्त्य च ।सभां प्रचक्रमे कर्तुं पाण्डवानां महात्मनाम् ॥ १६ ॥

Segmented

स कालम् कंचिद् आश्वस्य विश्वकर्मा प्रचिन्त्य च सभाम् प्रचक्रमे कर्तुम् पाण्डवानाम् महात्मनाम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
कालम् काल pos=n,g=m,c=2,n=s
कंचिद् कश्चित् pos=n,g=m,c=2,n=s
आश्वस्य आश्वस् pos=vi
विश्वकर्मा विश्वकर्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रचिन्त्य प्रचिन्तय् pos=vi
pos=i
सभाम् सभा pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रचक्रमे प्रक्रम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कर्तुम् कृ pos=vi
पाण्डवानाम् पाण्डव pos=n,g=m,c=6,n=p
महात्मनाम् महात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=p