महाभारतम् — 18.5.7
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच गन्तव्यम् कर्मणाम् अन्ते सर्वेण मनुज-अधिपैः शृणु गुह्यम् इदम् राजन् देवानाम् भरत-ऋषभ यद् उवाच महा-तेजाः दिव्य-चक्षुः प्रतापवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गन्तव्यम् | गम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सर्वेण | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मनुज | मनुज | pos=n,comp=y |
अधिपैः | अधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
गुह्यम् | गुह्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
तेजाः | तेजस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
चक्षुः | चक्षुस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |