महाभारतम् — 18.5.44
Original
Segmented
स नरः पाप-निर्मुक्तः कीर्तिम् प्राप्य इह शौनक गच्छेत् परमिकाम् सिद्धिम् अत्र मे न अस्ति संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पाप | पाप | pos=n,comp=y |
निर्मुक्तः | निर्मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
इह | इह | pos=i |
शौनक | शौनक | pos=n,g=m,c=8,n=s |
गच्छेत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
परमिकाम् | परमक | pos=a,g=f,c=2,n=s |
सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |