Original

श्रीरेषा द्रौपदीरूपा त्वदर्थे मानुषं गता ।अयोनिजा लोककान्ता पुण्यगन्धा युधिष्ठिर ॥ ९ ॥

Segmented

श्रीः एषा द्रौपदी-रूपा त्वद्-अर्थे मानुषम् गता अ योनि-जा लोक-कान्ता पुण्य-गन्धा युधिष्ठिर

Analysis

Word Lemma Parse
श्रीः श्री pos=n,g=f,c=1,n=s
एषा एतद् pos=n,g=f,c=1,n=s
द्रौपदी द्रौपदी pos=n,comp=y
रूपा रूप pos=n,g=f,c=1,n=s
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
अर्थे अर्थ pos=n,g=m,c=7,n=s
मानुषम् मानुष pos=n,g=n,c=2,n=s
गता गम् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
योनि योनि pos=n,comp=y
जा pos=a,g=f,c=1,n=s
लोक लोक pos=n,comp=y
कान्ता कान्त pos=a,g=f,c=1,n=s
पुण्य पुण्य pos=a,comp=y
गन्धा गन्ध pos=n,g=f,c=1,n=s
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=8,n=s