महाभारतम् — 18.2.52
Original
Segmented
न हि अहम् तत्र यास्यामि स्थितो अस्मि इति निवेद्यताम् मद्-संश्रयात् इमे दूत सुखिनो भ्रातरो हि मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
यास्यामि | या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
स्थितो | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
निवेद्यताम् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
संश्रयात् | संश्रय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दूत | दूत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सुखिनो | सुखिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भ्रातरो | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |