महाभारतम् — 17.3.33
Original
Segmented
अद्य अपि मानुषो भावः स्पृशते त्वाम् नराधिप स्वर्गो ऽयम् पश्य देवर्षीन् सिद्धांः च त्रिदिव-आलयान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अद्य | अद्य | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
मानुषो | मानुष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भावः | भाव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्पृशते | स्पृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
नराधिप | नराधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्वर्गो | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पश्य | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
देवर्षीन् | देवर्षि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सिद्धांः | सिद्ध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
त्रिदिव | त्रिदिव | pos=n,comp=y |
आलयान् | आलय | pos=n,g=m,c=2,n=p |