महाभारतम् — 17.3.31
Original
Segmented
स्थाने ऽस्मिन् वस राज-इन्द्र कर्मभिः निर्जिते शुभैः किम् त्वम् मानुष्यकम् स्नेहम् अद्य अपि परिकर्षसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्थाने | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वस | वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
निर्जिते | निर्जि | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
शुभैः | शुभ | pos=a,g=n,c=3,n=p |
किम् | किम् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
मानुष्यकम् | मानुष्यक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
स्नेहम् | स्नेह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
परिकर्षसि | परिकृष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |