महाभारतम् — 17.3.16
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तद् धर्मराजस्य वचो निशम्य धर्म-स्वरूपी भगवान् उवाच युधिष्ठिरम् प्रीति-युक्तः नरेन्द्रम् श्लक्ष्णैः वाक्यैः संस्तव-सम्प्रयुक्तैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धर्मराजस्य | धर्मराज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निशम्य | निशामय् | pos=vi |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
स्वरूपी | स्वरूपिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
युधिष्ठिरम् | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
युक्तः | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नरेन्द्रम् | नरेन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्लक्ष्णैः | श्लक्ष्ण | pos=a,g=n,c=3,n=p |
वाक्यैः | वाक्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
संस्तव | संस्तव | pos=n,comp=y |
सम्प्रयुक्तैः | सम्प्रयुज् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |