महाभारतम् — 17.3.11
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच भक्त-त्यागम् प्राहुः अत्यन्त-पापम् तुल्यम् लोके ब्रह्म-वध्या-कृतेन तस्मान् न अहम् जातु कथंचन अद्य त्यक्ष्याम्य् एनम् स्व-सुख-अर्थी महा-इन्द्र
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भक्त | भक्त | pos=n,comp=y |
त्यागम् | त्याग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राहुः | प्राह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अत्यन्त | अत्यन्त | pos=a,comp=y |
पापम् | पाप | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तुल्यम् | तुल्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
वध्या | वध्या | pos=n,comp=y |
कृतेन | कृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तस्मान् | तस्मात् | pos=i |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
जातु | जातु | pos=i |
कथंचन | कथंचन | pos=i |
अद्य | अद्य | pos=i |
त्यक्ष्याम्य् | त्यज् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |